(Source: Dainik Bhaskar)
कर्नाटक सरकार ने राज्य भर में जांचे गए केक के 235 नमूनों में से 12 में कैंसरकारी तत्व पाए जाने के बाद चेतावनी जारी की है.
By : एबीपी लाइव | Edited By: Swati Raj Laxmi | Updated at : 05 Oct 2024 08:13 PM (IST)
बेकरी के केक में कैंसर पैदा करने वाले कारक पाए गए
कर्नाटक सरकार ने राज्य भर में जांचे गए केक के 235 नमूनों में से 12 में कैंसरकारी तत्व पाए जाने के बाद चेतावनी जारी की है. हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने साफ कहा है कि हमने जांचे गए केक के कुछ नमूनों में हानिकारक, कैंसर पैदा करने वाले तत्वों का पता लगाया है. उन्होंने कहा कि इन तत्वों को 2006 के खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम और 2011 के संबंधित खाद्य सुरक्षा विनियमों के तहत सख्ती से विनियमित किया जाता है.
बेकरी के केक सेहत के लिए खतरनाक
रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु की बेकरियों से लिए किए गए केक की जांच की गई. इनकी जांच में खतरनाक पदार्थों की मौजूदगी की पुष्टि हुई. इसके बाद खाद्य सुरक्षा आयुक्त श्रीनिवास के ने राज्य भर की बेकरियों को अपने उत्पादों में असुरक्षित रसायनों और एडिटिव्स का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी. बेकरी केक अक्सर मार्जरीन से बनाए जाते हैं, जो सस्ता तो होता है लेकिन सेहत के लिए हानिकारक होता है. इसमें कई तरह के रंग और अन्य सामग्री भी मिला दें, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि ये केक हानिकारक होते हैं.
केक में प्रिज़र्वेटिव और खतरनाक केमिकल्स होते हैं
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि बेकरी के केक सेहत के लिए ठीक नहीं है. इसमें काफी ज्यादा मात्रा में कलर का इस्तेमाल होता है. बेकरी वाले केक में प्रिज़र्वेटिव और खतरनाक केमिकल्स का इस्तेमाल होता है जो पूरे शरीर के लिए काफी ज्यादा ख़तरनाक होता हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि बेकरी वाले इसके साइडइफेक्ट्स जानने के बावजूद इन्हें बेच रहे हैं.
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हालाँकि, बहुत से लोग गुणवत्ता से ज़्यादा कीमत को प्राथमिकता देते हैं. वे घर पर ज़्यादा महँगे और सेहतमंद सामग्री से केक बनाने के बजाय सस्ता बेकरी केक खरीदना ज़्यादा पसंद करते हैं.दिल्ली स्थित स्विरल्स केकरी की मालिक कृति जिंदल को केक में कैंसर पैदा करने वाले रसायनों की खोज चिंताजनक लगती है. वह लाल रंग के लिए चुकंदर का रस, बैंगनी रंग के लिए ब्लूबेरी, पीले रंग के लिए हल्दी और सिंथेटिक रंगों के बजाय पेपरिका जैसे सुरक्षित विकल्प चुनने का सुझाव देती हैं.
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इन कारणों से बढ़ता है बेकरी वाले केक में कैंसर का खतरा
केक में इस्तेमाल किए जाने वाले कई तरह के रंग, जैसे कि एल्यूरा रेड, सनसेट येलो एफसीएफ, पोंसो 4आर (स्ट्रॉबेरी रेड), टारट्राजिन (लेमन येलो) और कार्मोइसिन (मैरून), सुरक्षित स्तर से ऊपर इस्तेमाल किए जाने पर न केवल कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं.
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Published at : 05 Oct 2024 08:13 PM (IST)
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प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक