Meenakshi Lekhi On Arvind kejriwal : मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि दिल्ली के मालिक अपने शीश महल से बाहर नहीं निकलते हैं, जिसकी वजह से उन्हें यमुना की गंदगी नहीं दिख रही है.
By: एबीपी लाइव | Updated at : 18 Nov 2023 09:33 AM (IST)
मीनाक्षी लेखी (फाइल फोटो) ( Image Source : PTI )
Meenakshi Lekhi On Yamuna Pollution: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा शुक्रवार (17 नवंबर) को नहाए खाए के साथ शुरू हो गई है. इस बीच दिल्ली में यमुना नदी के घाटों पर प्रदूषण को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है. केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने शुक्रवार को यमुना में प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अगर 'दिल्ली के मालिक' अपने शीश महल से बाहर निकले होते तो उन्हें दिख जाता की यमुना जहां छठ पूजा होनी है, वह कितनी दूषित है.
दिल्ली की सारी गंदगी यमुना में
शुक्रवार (17 नवंबर) को मीडिया से मुखातिब मीनाक्षी लेखी ने चार दिवसीय छठ पर्व की शुभकामनाएं भी दी है. इस दौरान यमुना नदी की गंदगी के बारे में उनसे सवाल पूछा गया था कि छठ पर्व में सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठ व्रतियों को यमुना के दूषित पानी में ही खड़ा होकर पूजा करनी पड़ती है. इसके जवाब में लेखी ने कहा, "साफ पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. जल निकासी की दिल्ली में पूरी अव्यवस्था है. सीवेज, कचरा, डिटर्जेंट सब कुछ यमुना में बहता है. सेप्टिक टैंक का कोई साधन नहीं. गंदगी को नदी से अलग करने की कोई व्यवस्था नहीं है. दिल्ली की सारी गंदगी यमुना में बहाई जाती है, जो यमुना के प्रदूषण का कारण है.”
"दिल्ली के मालिक शीश महल में"
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना उन्होंने उन पर कटाक्ष करते हुए कहा, ''जो दिल्ली के मालिक हैं, उन्हें शायद इस गड़बड़ी के बारे में पता नहीं है, क्योंकि अगर उन्होंने अपने शीश महल के बाहर कदम रखा होता तो उन्हें यह गंदगी दिख जाती."
छठ के लिए शुरू हो गया है 36 घंटे का निर्जला उपवास
आपको बता दें कि नहाए खाए के साथ 36 घंटे के निर्जला उपवास का महापर्व छठ पूजा शुक्रवार से शुरू हो गई है. पहले दिन चावल दाल और लौकी की सब्जी खाने के बाद छठ व्रतियों का उपवास शुरू हो गया है. सोमवार को पारण के साथ इस महापर्व का समापन होना है. 19 नवंबर (रविवार) को अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, जबकि 20 नवंबर (सोमवार) की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा का समापन होगा.
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