Ganpati Visarjan 2024: गणेश चतुर्थी पर गणपति की स्थापना के 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन बप्पा की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. जानें इस दिन गणेश विसर्जन करने का क्या कारण है?
By : अंशुल पांडेय | Updated at : 17 Sep 2024 09:18 AM (IST)
गणपति विसर्जन 2024
Source : abplive
Ganpati Visarjan 2024: शास्त्रों में कहीं भी यह उल्लेख नहीं है कि हमें अनंत चतुर्दशी के दिन ही गणेश विसर्जन करना चाहिए, लेकिन इसके पीछे कई कारण हैं. मुख्य कारण लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक (Lokmanya Tilak) हैं. धनंजय खीर द्वारा तिलक की जीवनी के अनुसार, उन्होंने गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) को एक सार्वजनिक उत्सव बनाया. यह उनकी संगठनात्मक क्षमता और नेतृत्व था जिसने इसे एक सार्वजनिक उत्सव में बदल दिया.
तिलक ने अपनी ऊर्जा का उपयोग गणेश उत्सव के आयोजन के लिए किया और इस तरह लोगों को एक विकल्प मिल गया. तिलक को हिंदू सनातन बहुसंख्यकों में खतरा दिखाई दे रहा था जो धीरे-धीरे ब्रिटिश शासकों के खिलाफ जाग रहे थे. लोकमान्य तिलक की बदौलत, गणेश विसर्जन के दौरान भक्तों को सड़कों पर संगीत बजाने की अनुमति देने वाला पहला लाइसेंस और विजयादशमी, शिव जयंती (1916) के दौरान भी मुंबई (Mumbai) के तत्कालीन पुलिस आयुक्त द्वारा दिया गया था.
इस कारण अनंत चतुर्दशी पर होता है गणपति विसर्जन
तब से लोगों ने पंडालों में मूर्तियां स्थापित करना शुरू कर दिया और 10 दिवस के बाद विसर्जन किया जोकि अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2024) दिन मनाई जाती है. यह भाद्रपद का अंतिम शुभ दिन है. इसके बाद श्राद्ध (Shradh) और पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2024) आते हैं, जो सनातन धर्म के अनुसार अशुभ हैं (पितर पक्ष में मुख्तातः पितरों की पूजा की जाती हैं). इसलिए, इस दिन विसर्जन किया जाता है - अन्यथा हमें शुभ दिन के लिए नवरात्रि तक इंतजार करना पड़ता. 10 दिवस के उत्सव के बाद, इस अनंत चतुर्दशी के दिवस गणेश विसर्जन होता है.
याद रखें, गणेश को आमंत्रित किया गया है, इसलिए वे दस दिवस तक रुकते हैं और वापस चले जाते हैं, केवल अगले साल गणेश चतुर्थी पर बप्पा वापस आते हैं. यहां तक कि नारद पुराण पूर्व भाग (चतुर्थ पद) अध्याय 113 में भी उल्लेख किया गया है कि हमें अनंत पूजा करने से पहले गणेश की पूजा करनी चाहिए. दोनों ही उत्सव एक साथ श्रद्धा और धूमधाम से मनाए जाते हैं. एक तरफ गणेश विसर्जन होता है तो दूसरी तरफ भगवान अनंत की पूजा की जाती है.
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Published at : 17 Sep 2024 09:18 AM (IST)
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