होमलाइफस्टाइलहेल्थHealth Risk: क्या आपके कान में भी बजती है घंटी? हो सकती है ये खतरनाक बीमारी
अगर टिनिटस की बीमारी के लगातार नजरअंदाज किया जाए तो फेशियल पैरालिसिस जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है. इससे हमेशा के लिए सुनने की क्षमता खो सकते हैं.इससे परेशान होकर सुसाइड तक का ख्याल आने लगता है.
By : कोमल पांडे | Updated at : 09 Aug 2024 01:08 PM (IST)
कान में साईं साईं की आवाज क्यों आती है
Tinnitus Disease : कान में घंटी, सीटी या सांय-सांय की आवाज आए तो हल्के में न लें, क्योंकि ये खतरनाक बीमारी हो सकता है. यह एक ऐसी अजीब आवाज होती है जो किसी दूसरे को सुनाई नहीं देती है. लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, जो धीरे-धीरे गंभीर हो जाती है. दरअसल, कान में इस तरह की आवाज आना टिनिटस बीमारी (Tinnitus) की वजह से होता है. अगर इसका समय पर इलाज न हो तो इंसान बहरा तक हो सकता है. इतना ही नहीं इससे मानसिक सेहत बुरी तरह प्रभावित हो सकता है. आइए जानते हैं यह बीमारी कितनी हानिकारक हो सकती है...
टिनिटस बीमारी कितनी खतरनाक
कान के एक नर्व में गड़बड़ी की वजह से टिनिटस बीमारी होती है. इसे दवा या सर्जरी की मदद से कम किया जा सकता है लेकिन अगर यह ज्यादा डैमेज हो जाए तो सोते, जागते या काम करते हुए बड़ी परेशानी बन सकती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कई बार कान में छोटे से ब्लॉकेज की वजह से भी ये समस्या हो सकती है. हियरिंग लॉस, कान में इंफेक्शन, साइनस इंफेक्शन, हार्ट डिजीज, सर्कुलेटरी इंफेक्शन, ब्रेन ट्यूमर, हार्मोनल बदलाव और थायराइड बढ़ने से भी कान में सीटी या घंटी जैसी आवाज आती है.
टिनिटस कब ज्यादा गंभीर
अगर टिनिटस की बीमारी के लगातार नजरअंदाज किया जाए तो फेशियल पैरालिसिस जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है. इससे हमेशा के लिए सुनने की क्षमता खो सकते हैं. कई बार तो इससे परेशान होकर सुसाइड तक का ख्याल आने लगता है. ऐेसे में डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए. इस बीमारी का इलाज अभी तक संभव नहीं हुआ है लेकिन डॉक्टर कुछ थेरेपी और दवाओं की मदद से इसकी परेशानियों को कम कर सकते हैं.
कान में घंटी की आवाज का इलाज क्या है
1. टिनिटस से बचने के लिए साउंड बेस्ड थेरेपी की मदद ले सकते हैं. इससे बाहर की आवाज बढ़ा दी जाती है, जिससे टिनिटस के लक्षण कम हो जाते हैं.
2. बिहेवियरल थेरेपी की मदद से भी इस बीमारी से बचा जा सकता है. बहुत ज्यादा इमोशनल स्ट्रेस, इंसोमनिया, डिप्रेशन की वजह से टिनिटस होता है, जिसमें बिहेवियर थेरेपी काम आता है.
3. कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी और प्रोग्रेसिव टिनिटस मैनेजमेंट से भी इस आवाज से छुटकारा पा सकते हैं.
4. टिनिटस को एंटी एंग्जायटी ड्रग, एंटी डिप्रेशन से जुड़ी दवाईयों से भी दूर किया जा सकता है. डॉक्टर कान के हालत के हिसाब से दवाईयां लिखते हैं.
5. मानसिक दबाव में भी कान में घंटी की आवाज आती है. ऐसे में तनाव और एंग्जायटी को दूर करने के लिए एक्सरसाइज, योग, मेडिटेशन, डाइट, सोशल लाइफ को बेहतर बना सकते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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Published at : 09 Aug 2024 01:08 PM (IST)
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