हिंदी न्यूज़लाइफस्टाइलहेल्थMonkeypox In India: भारत में मिला Mpox का नया स्ट्रेन, जानें ये कितना खतरनाक, क्यों है जानलेवा
मंकीपॉक्स का नया स्ट्रेन काफी खतरनाक है. यह ज्यादा तेजी से फैलता है. इससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. इसके लक्षण भी काफी गंभीर है, जैसे- तेज बुखार, दर्दनाक दाने निकलने जैसी अन्य समस्याएं.
By : कोमल पांडे | Updated at : 24 Sep 2024 05:38 PM (IST)
Mpox Virus New Strain : मंकीपॉक्स वायरस (Mpox virus) का खतरनाक वैरिएंट क्लेड-1 (Clade-1 Mpox) भारत पहुंच चुका है. इस घातक वायरस का पहला केस केरल (Kerala) में मिला है. जहां 38 साल के एक शख्स में यह स्ट्रेन मिला है. हाल ही में यह शख्स हाल ही में UAE से लौटा था.
इस केस के बाद राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर आ गया है. बता दें कि अफ्रीका महाद्वीप में तबाही मचाने के बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इस वायरस को लेकर दुनियाभर में इमरजेंसी अलर्ट जारी कर दिया था. जानिए आखिर यह वायरस क्या है, कितना खतरनाक और कैसे बच सकते हैं...
मंकीपॉक्स के लक्षण
बुखार
रैश
थकान
मांसपेशियों में दर्द
लिम्फ नॉड्स में सूजन
सिर दर्द, पीठ दर्द
ठंड लगना
ये भी पढ़ें: Skin Cancer: किन लोगों को सबसे ज्यादा होता है स्किन कैंसर, जानें क्या होता है कारण
मंकीपॉक्स का क्लेड-1 स्ट्रेन कितना खतरनाक
क्लेड-1 स्ट्रेन मंकीपॉक्स का नया वैरिएंट बाकी की तुलना में काफी खतरनाक माना जा रहा है. यह स्ट्रेन अन्य की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है. इससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. इसके लक्षण भी काफी गंभीर है, जैसे- तेज बुखार, दर्दनाक दाने निकलने जैसी अन्य समस्याएं. कुछ मामलों में यह स्ट्रेन गंभीर बनकर निमोनिया या एन्सेफलाइटिस बनसकता है. साइंटिस्ट अभी इसे लेकर रिसर्च कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: WHO की चेतावनी का भी नहीं पड़ा कोई असर, लगातार 'सफेद जहर' खा रहे भारत के लोग
मंकीपॉक्स का नया वैरिएंट क्या जानलेवा है
क्लेड-1बी स्ट्रेन में मृत्यु दर में काफी इजाफा देखा जा रहा है. इसका मुख्य कारण है कि यह स्ट्रेन सिर्फ त्वचा को ही नहीं श्वसन तंत्र पर गहरा असर डाल रहा है. क्लेड-1बी स्ट्रेन से संक्रमित में निमोनिया जैसी गंभीर सांस की समस्याएं हो सकती है. निमोनिया की वजह से फेफड़े में सूजन हो जाती है और सांस लेने में भी परेशानी होती है. यह जानलेवा भी हो सकती है.
कुछ अध्ययनों में पता चला है कि क्लेड-1बी स्ट्रेन से संक्रमित मरीजों में मृत्यु दर करीब 10% तक पहुंच चुकी है. हालांकि, यह कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है. जैसे- उम्र, खराब हेल्थ, मेडिकल ट्रीटमेंट जैसी कंडीशन. इससे बचने के लिए अलर्ट और सावधानी रखने की जरूरत है. किसी भी गंभीर स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: क्या वर्कलोड से भी जा सकती है आपकी जान? 26 साल की लड़की की मौत के बाद उठ रहे सवाल
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
Published at : 24 Sep 2024 05:38 PM (IST)
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें Khelo khul ke, sab bhool ke - only on Games Live
इधर बढ़ रही गर्मी, उधर देश के इन राज्यों में आ गई ठंड! जानें- कहां कैसा मौसम?
नेहा कक्कड़ संग तलाक की खबरों पर पति रोहनप्रीत सिंह ने तोड़ी चुप्पी
दमोह में भीषण सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत, सीएम मोहन यादव ने किया मुआवजे का ऐलान
क्या विराट कोहली की एक महीने की कमाई जानते हैं आप? एक हजार करोड़ से ज्यादा है टोटल नेटवर्थ
अनमोल कौंडिल्यअंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार