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Ravan Dahan 2024: रावण दहन का सही मुहूर्त क्या है, दशहरा पर क्या करना चाहिए

3 महीने पहले 15

Dussehra 2024: दशहरा वाले दिन रावण दहन करने की परंपरा सालों से चली आ रही है, विजयादशमी (Vijayadashmi) पर रावण दहन सूर्यास्त के बाद करना चाहिए. जानें दशहरा 2024 में रावण दहन का सही मुहूर्त क्या है.

By : एबीपी लाइव  | Updated at : 11 Oct 2024 07:15 AM (IST)

 दशहरा वाले दिन रावण दहन करने की परंपरा सालों से चली आ रही है, विजयादशमी (Vijayadashmi) पर रावण दहन सूर्यास्त के बाद करना चाहिए. जानें दशहरा 2024 में रावण दहन का सही मुहूर्त क्या है.

दशहरा 2024

08 मिनट पर समाप्त होगी.

विजयादशमी तिथि - आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 12 अक्तूबर प्रातः 10:58 मिनट से शुरू होकर 13 अक्तूबर 2024, प्रातः 09:08 मिनट पर समाप्त होगी.

रावण दहन मुहूर्त 2024 - रावण दहन के लिए शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर 2024 को शाम 05.45 - रात 08.15 तक है.

रावण दहन मुहूर्त 2024 - रावण दहन के लिए शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर 2024 को शाम 05.45 - रात 08.15 तक है.

दशहरा वाले दिन गेहूं या चूने से दशहरे की प्रतिमा बनाएं. गाय के गोबर से 9 गोले व 2 कटोरियां बनाकर, एक कटोरी में सिक्के और दूसरी कटोरी में रोली, चावल, जौ व फल रखें. विधिवत पूजा करें.

दशहरा वाले दिन गेहूं या चूने से दशहरे की प्रतिमा बनाएं. गाय के गोबर से 9 गोले व 2 कटोरियां बनाकर, एक कटोरी में सिक्के और दूसरी कटोरी में रोली, चावल, जौ व फल रखें. विधिवत पूजा करें.

विजयादशमी वाले दिन शस्त्र पूजन, रावण दहन के बाद बुजुर्गों को शमी की पत्ते देना आदि भी करना चाहिए. कहते हैं जो इस दिन शमी पत्र भेंट करता है उसकी घर सुख, धन समृद्धि में वृद्धि होती है.

विजयादशमी वाले दिन शस्त्र पूजन, रावण दहन के बाद बुजुर्गों को शमी की पत्ते देना आदि भी करना चाहिए. कहते हैं जो इस दिन शमी पत्र भेंट करता है उसकी घर सुख, धन समृद्धि में वृद्धि होती है.

रावण दहन क्यों किया जाता है - रामायण के अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर भगवान राम ने राक्षस राजा रावण का अंत कर जीत हासिल की थी, ये त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, इसलिए हर साल विजयादशमी पर रावण दहन किया जाता है.

रावण दहन क्यों किया जाता है - रामायण के अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर भगवान राम ने राक्षस राजा रावण का अंत कर जीत हासिल की थी, ये त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, इसलिए हर साल विजयादशमी पर रावण दहन किया जाता है.

श्रीराम ने रावण को कैसे मारा - श्रीराम ने रावण को मारने के बहुत प्रयास किए लेकिन वह बार-बार असफल हो गए. तब विभीषण ने श्रीराम को संकेत दिया कि वह रावण कि नाभि में तीर मारें क्यूंकि वहां रावण ने अमृत कलश छिपा रखा है. श्रीराम ने तीर चलाया और रावण की नाभि पर बाण लगते ही अमृत सूख गया और रावण का अंत हो गया. image 6

श्रीराम ने रावण को कैसे मारा - श्रीराम ने रावण को मारने के बहुत प्रयास किए लेकिन वह बार-बार असफल हो गए. तब विभीषण ने श्रीराम को संकेत दिया कि वह रावण कि नाभि में तीर मारें क्यूंकि वहां रावण ने अमृत कलश छिपा रखा है. श्रीराम ने तीर चलाया और रावण की नाभि पर बाण लगते ही अमृत सूख गया और रावण का अंत हो गया. image 6

Published at : 11 Oct 2024 07:15 AM (IST)

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शशि शेखर

शशि शेखर

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