होमलाइफस्टाइलहेल्थWorld Lung Cancer Day 2024: ये पांच लक्षण दिखें तो समझ जाएं हो गया है लंग कैंसर, भूलकर भी न करें इग्नोर
World Lung Cancer Day: इस बीमारी को लेकर जागरूक करना बेहद जरूरी है. आज इस खास मौके पर हम आपको इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं.
By : एबीपी लाइव | Edited By: Swati Raj Laxmi | Updated at : 01 Aug 2024 02:35 PM (IST)
लंग्स कैंसर की पहचान कैसे करें
World Lung Cancer Day: 1 अगस्त को 'वर्ल्ड लंग कैंसर डे' मनाया जाता है. इस खास मौके पर इस बीमारी को लेकर जागरूक करना बेहद जरूरी है. आज इस खास मौके पर हम आपको इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं. कैंसर से होने वाली मौतों में लंग कैंसर से होने वाली मौत सबसे ज्यादा होती है. सिर्फ स्मोकिंग करने से ही नहीं एनवॉयरमेंट और जेनेटिक भी शामिल है. हालांकि, अगर फेफड़ों में होने वाले लक्षण की पहचान समय रहते कर लिया जाए तो जान भी बचाई जा सकती है.
फेफड़ों में होने वाले कैंसर के शुरुआती लक्षण
फेफड़ों में होने वाले कैंसर को साइलेंट किलर कहते हैं. इसके खास कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं. अगर इसकी पहचान समय रहते कर ली जाए तभी इसका इलाज संभव हो सकता है. अगर आपको लगातार खांसी हो रही है तो यह लंग कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.
खांसी के साथ खून, फिर खांसी के साथ मटमैले खून आना और थूक निकलना या बलगम निकलना इसमें शामिल होना. तेज सांस लेने के साथ छाती में दर्द होना आम बात है. यह दर्द खांसने, हंसने के दौरान छाती में दर्द हो सकता है.
अगर लगातार वजन कम हो रहा है तो इसके कई कारण हो सकता है, लेकिन लंग कैंसर के कारण भी हो सकता है. सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. अगर आपको पूरे दिन थका और कमजोरी होती है तो फेफड़ों में बार-बार इंफेक्शन होता है. इसके कारण ब्रोंकाइटिस, न्यूमोनिया यह एक बार ठीक होने के बाद-बार हो सकता है. सांस लेने में घर्र-घर्र की आवाज आती है. दिन पर दिन आवाज भी बदलने भी लगते हैं. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक फेफड़े का कैंसर के शरीर के दूसरे लक्षण दिखाई देते हैं.
लंग कैंसर के कारण नर्वस सिस्टम में बदलाव होते हैं. जिसके कारण कमजोरी, सिर दर्द, हाथ-पैर में सुन्नता होती है. दौरे पड़ने लगते हैं और शरीर में बैलेंस में दिक्कत होती है.
स्किन और पीली के कारण कैंसर के सेल्स लिवर तक पहुंच गई है. लिम्फ नोड में सूजन जिसके कारण गर्दन के पास की कॉलरबोन और गर्दन के सूजन हो जाती है.
नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC): अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, यह सभी फेफड़ों के कैंसर के मामलों का लगभग 80-85 प्रतिशत है। इसमें एडेनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा जैसे कई उपप्रकार शामिल हैं.
स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC): यह प्रकार कम आम है लेकिन NSCLC की तुलना में अधिक तेज़ी से बढ़ता और फैलता है. यह अक्सर धूम्रपान से जुड़ा होता है
उपचार आपके फेफड़ों के कैंसर के प्रकार पर निर्भर हो सकता है जिसने आपको प्रभावित किया है. डॉ. नारंग कहते हैं कि आपका डॉक्टर प्रत्येक प्रकार के शरीर में फैलने और बढ़ने के तरीके के आधार पर अलग-अलग उपचार रणनीतियों और संभावित परिणामों का सुझाव देगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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Published at : 01 Aug 2024 02:35 PM (IST)
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व्यालोक पाठक