बच्चों के सोने का कोई फिक्स टाइम नहीं होता है लेकिन अगर उनके रूटीन को समझ जाएं तो उसे सही समय पर उठा देना चाहिए.इससे बच्चा मूवमेंट और हलचल को समझने लगता है और उसके ब्रेन का सही तरह विकास हो पाता है.
By: एबीपी लाइव | Updated at : 14 Dec 2023 02:05 PM (IST)
बच्चों के सोने का समय ( Image Source : Freepik )
Newborn Baby Sleeping Myth : न्यू बोर्न बेबी का खास ख्याल रखना होता है. उन्हें कब फीड करवाना है, किस तरह के कपड़े पहनाने हैं हर बात का ध्यान रखा जाता है. लेकिन इन सबके अलावा उसकी नींद भी काफी महत्वपूर्ण होती है. कई पैरेंट्स बच्चे की नींद को लेकर काफी पजेसिव होते हैं. उनकी नींद डिस्टर्ब न हो, इस हिसाब से माहौल बनाते हैं. उन्हें लगता है कि सोते समय बच्चे को नहीं उठाना चाहिए. इसी को लेकर बेबी स्लीप कंसलटेंट Sahiba Madaan ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि सोते हुए नवजात को कब-कब उठा सकते हैं...
न्यू बोर्न बेबी को कब-कब उठाना चाहिए
नवजात को दिन और रात का एहसास नहीं होता है. ऐसे में वे 24 घंटे सोते रहते हैं. उनके पेट में उन्हें लंबे समय तक भूख न लगे इतनी जगह नहीं होती है, इसलिए वे खाने के लिए जल्दी-जल्दी उठते रहते हैं. लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि उन्हें ये सोचकर सोते रहने देना चाहिए कि उनकी नींद पूरी नहीं हो पा रही है. एक्सपर्ट का कहा है कि अगर बच्चा सो रहा है तो उसे नियमित समय जैसे 8-9 बजे तक उठा सकते हैं. इस समय परिवार के लोग उठ जाते हैं और थोड़ा बहुत शोर होने से बच्चा भी हलचल को समझने लगता है. इससे बच्चे का एक रूटीन भी बनने लगता है.
2 घंटे से ज्यादा का नैप दें
खाने और नहाने के बाद अक्सर छोटे बच्चे नैप लेते हैं, जो अच्छा माना जाता है. खाने के बाद उनकी टमी फुल हो जाती है और नहाने के बाद उनकी बॉडी को रिलैक्स मिलता है, ऐसे में नैप लेा उन्हें पसंद होता है. इस बीच अगर बच्चा लंबे समय तक सोता है तो पैरेंट्स उसे सोने देते हैं. उनका मानना होता है कि बच्चे को कच्ची नींद से नहीं उठाना चाहिए. जबकि एक्सपर्ट का कहना है कि अगर बच्चा 2 घंटे से ज्यादा नैप ले लिया है तो बिना सोच-विचार के उठा सकते हैं. इससे बच्चे का रूटीन नहीं बिगड़ता और उनके ब्रेन का विकास सही तरह होता है.
फीड के तीन घंटे बाद तक सोने पर क्या करें
अगर आपका न्यू बोर्न बेपी फीड के बाद 3 घंटे तक लगातार सो रहा है तो उसे उठा सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि तीन घंटे तक उसका स्लीपिंग टाइम होता है और दूसरा डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि नवजात को हर दो से तीन घंटे में फीड करवाना चाहिए. इससे उसका पेट भर जाएगा और उसे खेलने का मौका मिल जाएगा.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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