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क्वालकॉम अपने नए चिपसेट में Navic L1 सिग्नल्स का देगी सपोर्ट, आपको होगा ये फायदा

1 वर्ष पहले 18

NavIC:  नाविक सैटेलाइट नैविगेशन में क्वालकॉम अब L1 सिग्नल्स का सपोर्ट देने वाली है. इससे सीधे तौर पर आम लोगों को फायदा होगा. जानिए कैसे?

Qualcomm announces support for Indias NavIC L1 signals in upcoming chipset here is why it is important क्वालकॉम अपने नए चिपसेट में Navic L1 सिग्नल्स का देगी सपोर्ट, आपको होगा ये फायदा

2025 से स्मार्टफोन में मिलेगा नाविक ( Image Source : ABP Live )

नाविक अमेरिका के GPS का एक स्वदेशी अल्टरनेटिव है जो भारतीय लोगों को लोकेशन से जुड़ी सटीक जानकारी देगा. हमारे स्मार्टफोन में फिलहाल नाविक का सपोर्ट नहीं है क्योकि इसके लिए कुछ हार्डवेयर बदलाव और फ्रीक्वेंसी बैंड्स की आवश्यकता होती है. चिप मैन्युफैक्चरर क्वालकॉम ने 2019 में नाविक नेविगेशन का सपोर्ट अपने चिप में देने की बात कही थी. हालांकि तब कंपनी ने केवल L5 सिग्नल्स का सपोर्ट दिया था जिसके चलते हमारे स्मार्टफोन में ये जीपीएस सिस्टम उपलब्ध नहीं हैं क्योकि L5 बैंड के सपोर्ट के लिए ओईएम कंपनियों को अपने हार्डवेयर में बदलाव करना पड़ता है और इससे मोबाइल की कॉस्ट बढ़ जाती है. इसी वजह से ये स्मार्टफोन में फिलहाल उपलब्ध नहीं है.

हालांकि भारत सरकार ने मोबाइल कंपनियों को 2025 तक हर स्मार्टफोन में नाविक जीपीएस को देने के लिए कहा है. इस दिशा में अब क्वालकॉम ने अपने चिप में L1 सिग्नल्स का सपोर्ट देने की बात कही है. आगे जानिए कि नाविक में L1 बैंड का क्या रोल है.

नाविक में L1 बैंड का क्या रोल है?

दरअसल, भारत का NavIC तीन फ़्रीक्वेंसी बैंड, L1, S और L5 में काम करता है. S बैंड सैन्य उपयोग के लिए आरक्षित है, और L1 और L5 का उपयोग मिक्स्ड पर्पस के लिए किया जाता है, जिसमें नागरिक अनुप्रयोग भी शामिल हैं. नाविक के रोलआउट के दौरान L5 बैंड को ज्यादा प्राथमिकता दी गई क्यूकि   
L1 की तुलना में ये अधिक सटीक है. इसी वजह से क्वालकॉम ने भी पहले L5 सिग्नल्स का सपोर्ट अपने चिप में दिया.

हालांकि अगर हम नाविक को दूसरे बैंड्स के साथ कम्पेयर करें जैसे जीपीएस और GNSS में L1 बैंड का इस्तेमाल L5 की तुलना में ज्यादा किया जाता है. ऐसा इसलिए क्योकि L1 बैंड में जो टेक्नोलॉजी यूज की जाती है वो पुरानी है और ये मोबाइल डिवाइसेस के साथ भी कॉम्प्टेबल है. यानि L1 बैंड के लिए मोबाइल कंपनियों को अपने हार्डवेयर में ज्यादा बदलाव नहीं करना पड़ता.  साथ ही L1 बैंड सपोर्टेड डिवाइस L5 बैंड को सपोर्ट करने वाले डिवाइस की तुलना में सस्ते भी होते हैं.

जैसे-जैसे किसी कम्युनिकेशन सिस्टम में ज्यादा बैंड्स को जोड़ा जाता है तो इससे बैंडविड्थ बढ़ती है और फिर सभी इसका इस्तेमाल कर पाते हैं. इसी के चलते ISRO ने L1 बैंड का सपोर्ट नाविक में दिया. इससे स्मार्टफ़ोन में NavIC के कार्यान्वयन की लागत भी कम होगी , क्योंकि L1 के लिए आवश्यक हार्डवेयर की लागत तुलनात्मक रूप से कम है.

दूसरी छमाही से मिलने लगेगा सपोर्ट 

क्वालकॉम ने कहा कि उसके आगामी प्रोसेसर 2024 की दूसरी छमाही से L1-बैंड NavIC को सपोर्ट करेंगे. हो सकता है कि कंपनी के आगामी Snapdragon 8 Gen 4 NavIC L1 की सुविधा देने वाले पहला चिपसेट हो. इसके अलावा, मिडरेंज चिपसेट पर भी L1 सपोर्ट शुरू होने की उम्मीद है. इससे फोन निर्माताओं को बजट उपकरणों में भी NavIC लागू करने में मदद मिलेगी. बताता चलें कि भारत सरकार ने 2025 से सभी फोन पर NavIC सपोर्ट देने के लिए कंपनियों को कहा है. अब क्वालकॉम के इस सप्पोर्ट से स्मार्टफोन ब्रांडों को फोन की लागत में वृद्धि किए बिना किफायती तरीके से तकनीक अपनाने में मदद मिलेगी. 

नाविक से लैस स्मार्टफोन कब लॉन्च होंगे?

क्वालकॉम के अनुसार, L1 NavIC वाले उपकरणों का पहला सेट 2025 की दूसरी छमाही में लॉन्च होने की उम्मीद है. तब तक मोबाइल कंपनियों को भारत सरकार की समय सीमा को पूरा करने के लिए अपने फोन में L5-आधारित NavIC का उपयोग करना होगा.

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Published at : 07 Dec 2023 12:42 PM (IST) Tags: Tech news Qualcomm Navic हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Technology News in Hindi
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