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- जरूरत से ज्यादा TV देखते हैं तो हो जाएं सावधान ! बढ़ सकता है डिप्रेशन, हो सकता है 'खतरनाक'
By : एबीपी लाइव | Updated: 30 Nov 2023 03:13 PM (IST)
एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि घंटों बैठकर टीवी देखने से डिप्रेशन का खतरा 43 प्रतिशत तक बढ़ जाता है.फिजिकल एक्टिविटीज ज्यादा जरूरी होता है.ये फिजिकली और मेंटली दोनों तरह से एक्टिव रखने का काम करता है.
TV Side Effects : खाली बैठना शारीरिक और मानसिक दोनों सेहत को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है. हालिया रिसर्च में बताया गया है कि हर काम के लिए बैठे रहने का अलग-अलग प्रभाव होता है. जैसे- घंटों डेस्क पर बैठना, गाड़ी चलाना या टीवी देखने का असर अलग-अलग ह सकता है.
इन तीनों ही कंडीशन में शरीर और दिमाग का इस्तेमाल अलग-अलग होता है. इनमें सबसे ज्यादा खतरनाक है टीवी देखना. रिसर्च में खुलासा हुआ है कि घंटों बैठकर टीवी देखने से डिप्रेशन (Depression) का खतरा 43 प्रतिशत तक बढ़ जाता है.
रिसर्च में खुलासा हुआ है कि घंटों बैठकर टीवी देखने से डिप्रेशन (Depression) का खतरा 43 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. इसलिए फिजिकल एक्टिविटीज ज्यादा जरूरी होता है. आइए जानते हैं टीवी देखने से बढ़ने वाला डिप्रेशन कितना खतरनाक होता है...
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फिजिकल तौर पर एक्टिव रहने से दिल की सेहत, ब्लड प्रेशर और मोटापे का खतरा कम रहता है लेकिन अगर हम बैठे रहते हैं तो बीमारियां तेजी से हमारी तरफ आती हैं.
खाली बैठने और कुछ न करने से स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी मेंटल बीमारियां बढ़ सकती है. टीवी देखना भी इसी का हिस्सा है.
यूके में हुए इस रिसर्च में पाया गया कि मेंटली एक्टिव रहने की अपेक्षा बैठकर टीवी देखने से डिप्रेशन का जोखिम कई गुना ज्यादा बढ़ता है. अगर बैठकर खुद को मेंटली एक्टिव रखते हैं तो कम खतरा हो सकता है.
टीवी देखना एक तरह से मानसिक तौर पर निष्क्रिय काम माना जाता है. इससे मेंटल सेहत प्रभावित हो सकती है. वहीं, मोटापा भी डिप्रेशन का कारण बन सकता है. इसलिए खुद को फिजिकल एक्टिव रखना चाहिए.
Tags: Depression Health tv
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