हिंदी न्यूज़फोटो गैलरीहेल्थपैरासिटामोल से पैनडी तक, हर कोई अक्सर करता है इस्तेमाल, जानें फेल हुई हर दवा का नाम
घर घर में इस्तेमाल होने वाली पैरासिटामोल सहित 50 से ज्यादा दवाएं क्वालिटी चेक में फेल हो गई हैं. इसमें बीपी के लिए यूज होने वाले इंजेक्शन भी शामिल हैं.
By : एबीपी लाइव | Updated at : 26 Sep 2024 04:15 PM (IST)
घर घर में इस्तेमाल होने वाली पैरासिटामोल सहित 50 से ज्यादा दवाएं क्वालिटी चेक में फेल हो गई हैं. इसमें बीपी के लिए यूज होने वाले इंजेक्शन भी शामिल हैं.
बीमार पड़ने पर अक्सर डॉक्टर दवा खाने की सलाह देते हैं. कुछ दवाएं तो इतनी कॉमन है कि हर घर में मिल जाती हैं. जैसे पैरासिटामोल, पैनडी, एस्पिरिन आदि. लेकिन केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के क्वालिटी चेक में देश में बिक रही कुल 53 दवाएं क्वालिटी चेक में फेल हो गई हैं.
इनमें पेरासिटामोल और पैनडी, कैल्शियम और विटामिन डी जैसी दवाएं शामिल हैं.सीडीएससीओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 53 दवाएं ऐसी हैं जो क्वालिटी चेक में फेल हो गई हैं.
पैंटोसिड भी शामिल है. ये दवा एसिड रिफलक्स के ट्रीटमेंट के दौरान यूज होती है जिसे सन फार्मा जैसी बड़ी दवा कंपनी बनाती है. पेरासिटामोल जैसी दवा जो हर घर में आमतौर पर यूज होती आई है, भी क्वालिटी चेक में पास नहीं हो पाई है. बैन की गई दवाओं में अटैक और एंग्जाइटी में यूज आने वाली क्लोनाजेपाम टैबलेट, पेन किलर डिक्लोफेनेक, सांस की बीमारी में इस्तेमाल होने वाली एंब्रॉक्सोल, एंटी फंगल फ्लुकोनाजोल और कुछ मल्टी विटामिन, कैल्शियम की गोलियां भी शामिल हैं.
इसके अलावा विटामिन डी के कैप्सूल और कैल्शियम की दवा भी इस लिस्ट में शामिल है. आपको बता दें कि हड्डियों की कमजोरी दूर करने के लिए अक्सर डॉक्टर विटामिन डी के कैप्सूल प्रिस्क्राइब करते हैं. शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर कैल्शियम की गोलियां भी खाई जाती हैं. ये दवाएं क्वालिटी चेक में फेल हो गई हैं.
इसके अलावा विटामिन डी के कैप्सूल और कैल्शियम की दवा भी इस लिस्ट में शामिल है. आपको बता दें कि हड्डियों की कमजोरी दूर करने के लिए अक्सर डॉक्टर विटामिन डी के कैप्सूल प्रिस्क्राइब करते हैं. शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर कैल्शियम की गोलियां भी खाई जाती हैं. ये दवाएं क्वालिटी चेक में फेल हो गई हैं.
उर्सेकॉल 300 जो पथरी और लिवर के इलाज में यूज होती है, इसका सैंपल भी फेल हो गया है. टेल्मा एच और डिफ्लेजाकॉर्ट टैबलेट भी इस टेस्ट में फेल हो गई हैं. CDSCO की लिस्ट में वो सभी दवाएं बताई गई हैं जो फर्जी, मिलावटी और गलत ब्रांडिंग के मामलों से जुड़ी हैं. इ
एंटी डायबिटिक दवा ग्लिमेपिराइड, हाई ब्लड प्रेशर की दवा टेल्मा एच (टेल्मिसर्टन 40 mg), एसिड रिफ्लक्स की दवा पैन डी और कैल्शियम सप्लीमेंट शेल्कल सी और डी3 शामिल हैं. इस लिस्ट में एंटीबायोटिक मेट्रोनिडाजोल भी शामिल है. इसके अलावा भी कई कंपनियों की दवाएं इस लिस्ट में शामिल हैं.
Published at : 26 Sep 2024 04:02 PM (IST)
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