हिंदी न्यूज़लाइफस्टाइलहेल्थप्रेग्नेंसी में कितनी बार अल्ट्रासाउंड करवाना चाहिए, ज्यादा बार कराने से क्या नुकसान?
प्रेग्नेंसी के दौरान जानें कितनी बार अल्ट्रासाउंड करवाना सामान्य माना जाता है. यह बच्चे की सेहत और विकास की जानकारी के लिए जरूरी है. क्यों जरूरत से ज्यादा अल्ट्रासाउंड करवाना नुकसानदायक हो सकता है..
By : चांदनी कुमारी | Updated at : 25 Aug 2024 07:49 AM (IST)
प्रेग्नेंसी में अल्ट्रासाउंड
प्रेग्नेंसी के दौरान अल्ट्रासाउंड एक जरूरी जांच है, जिससे डॉक्टर को यह पता चलता है कि आपका बच्चा ठीक से बढ़ रहा है या नहीं. लेकिन सवाल यह उठता है कि प्रेग्नेंसी में कितनी बार अल्ट्रासाउंड करवाना चाहिए और क्या इसे बार-बार करवाना सही है? या फिर बच्चे मां के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है. आइए जानते हैं यहां..
सामान्य रूप से कितनी बार होता है अल्ट्रासाउंड?
- प्रेग्नेंसी के दौरान आमतौर पर 2 से 3 बार अल्ट्रासाउंड करवाना काफी होता है. पहला अल्ट्रासाउंड प्रेग्नेंसी के शुरुआती 6-8 हफ्तों में किया जाता है. इससे यह पता चलता है कि गर्भ में बच्चा सही तरीके से बढ़ रहा है और सब कुछ सामान्य है. इस समय अल्ट्रासाउंड से यह भी देखा जाता है कि गर्भाशय में कोई समस्या तो नहीं है.
- दूसरा अल्ट्रासाउंड करीब 18-22 हफ्तों के बीच किया जाता है, जिसे अनॉमली स्कैन कहते हैं. इस स्कैन से यह सुनिश्चित होता है कि बच्चे के सभी अंग ठीक से विकसित हो रहे हैं या नहीं. यह बहुत जरूरी होता है क्योंकि इसमें बच्चे के शारीरिक विकास की पूरी जानकारी मिलती है और अगर कोई समस्या हो, तो उसे समय पर पहचाना जा सकता है.
- तीसरा अल्ट्रासाउंड 32-36 हफ्तों के बीच किया जाता है. इस अल्ट्रासाउंड से बच्चे के वजन, विकास और गर्भ में उसकी स्थिति के बारे में जानकारी मिलती है. इससे डॉक्टरों को यह समझने में मदद मिलती है कि बच्चा सही पोजिशन में है या नहीं और डिलीवरी के लिए क्या तैयारी करनी चाहिए. इन तीन अल्ट्रासाउंड्स से प्रेग्नेंसी की पूरी प्रक्रिया पर नजर रखी जाती है और मां और बच्चे की हेल्थ का ख्याल रखा जाता है.
ज्यादा अल्ट्रासाउंड करवाने के नुकसान
- गर्भ में बच्चे पर असर: अत्यधिक अल्ट्रासाउंड करवाने से बच्चे के विकास पर भी असर पड़ सकता है. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अल्ट्रासाउंड की तरंगे, अगर बहुत बार और लंबे समय तक इस्तेमाल की जाएं, तो यह बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है.
- अनावश्यक तनाव: बार-बार अल्ट्रासाउंड करवाने से माता-पिता में चिंता और तनाव बढ़ सकता है, खासकर अगर हर बार कोई नई समस्या बताई जाए.
- खर्चे का बोझ: बार-बार अल्ट्रासाउंड करवाना महंगा भी हो सकता है, जो वित्तीय रूप से भी बोझ डाल सकता है.
जरूरी जानकारी
प्रेग्नेंसी के दौरान अल्ट्रासाउंड बहुत जरूरी होता है, लेकिन इसे सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर और सही समय पर ही करवाना चाहिए. अगर आपकी प्रेग्नेंसी सामान्य है और डॉक्टर ने कोई खास जांच नहीं बताई है, तो 2 से 3 अल्ट्रासाउंड काफी होते हैं. बार-बार अल्ट्रासाउंड करवाने से बचें और हमेशा डॉक्टर से सलाह लें ताकि आपकी और आपके बच्चे की सेहत अच्छी बनी रहे.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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Published at : 25 Aug 2024 07:49 AM (IST)
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