होमलाइफस्टाइलहेल्थबारिश में बढ़ जाता है लेप्टोस्पायरोसिस का खतरा, जानें क्या है ये खतरनाक बीमारी
बारिश के मौसम में लेप्टोस्पायरोसिस का खतरा काफी बढ़ जाता है. यह एक खतरनाक बैक्टीरियल बीमारी है, जो गंदे पानी के संपर्क में आने से फैलती है. आइए जानते हैं इसके बारे में ...
By : चांदनी कुमारी | Updated at : 12 Aug 2024 08:58 PM (IST)
बारिश में लेप्टोस्पायरोसिस का खतरा
बारिश का मौसम आते ही कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, और उनमें से एक है लेप्टोस्पायरोसिस. यह एक खतरनाक बैक्टीरियल बीमारी है, जो गंदे पानी के संपर्क में आने से फैलती है. खासकर बारिश में, जब जगह-जगह पानी भर जाता है और लोग गंदे पानी में चलते हैं, तब इस बीमारी का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है.आइए, जानते हैं कि लेप्टोस्पायरोसिस क्या है और बारिश में इसका खतरा क्यों बढ़ जाता है.
लेप्टोस्पायरोसिस क्या है?
लेप्टोस्पायरोसिस एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जो लेप्टोस्पाइरा नामक बैक्टीरिया के कारण होता है. यह बैक्टीरिया ज्यादातर जानवरों, खासकर चूहों के पेशाब में पाया जाता है. जब बारिश के दौरान यह पेशाब पानी के साथ मिलकर इधर-उधर फैलता है और लोग उस गंदे पानी के संपर्क में आते हैं, तो यह बैक्टीरिया उनकी त्वचा या घावों के जरिए शरीर में प्रवेश कर जाता है, जिससे लेप्टोस्पायरोसिस का संक्रमण हो सकता है.
बारिश में इसका खतरा क्यों बढ़ जाता है?
- गंदे पानी का संपर्क: बारिश में जगह-जगह पानी भर जाता है, जो अक्सर गंदा और दूषित होता है. इस पानी में लेप्टोस्पाइरा बैक्टीरिया लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं, और इसके संपर्क में आने से लोग इस बीमारी का शिकार हो सकते हैं.
- मच्छरों का पनपना: बारिश में गंदे पानी में मच्छरों का पनपना भी लेप्टोस्पायरोसिस का खतरा बढ़ाता है, क्योंकि यह बैक्टीरिया मच्छरों के जरिए भी फैल सकता है.
- खुले घाव: अगर किसी व्यक्ति के शरीर पर खुले घाव या कट लगे हों और वह गंदे पानी के संपर्क में आए, तो इस बीमारी का संक्रमण होने की संभावना ज्यादा हो जाती है.
लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण क्या हैं?
लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण अक्सर सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, जिससे इसे पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. इसके लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी, आंखों का लाल होना, पेट दर्द, और दस्त शामिल हैं. ये लक्षण दिखने पर लोग अक्सर इसे सामान्य बुखार समझ लेते हैं, लेकिन अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है. यह लीवर या किडनी फेलियर जैसी खतरनाक समस्याओं का कारण बन सकती है. इसलिए, अगर ये लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और इलाज करवाएं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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Published at : 12 Aug 2024 08:58 PM (IST)
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