Mana Village: भारत का एक ऐसा गांव जहां से लाखों साल पहले पांडवों ने तय की थी स्वर्ग की यात्रा, आखिर ये जगह हैं कहां? आइए जानते हैं इसके बारे में
By : एबीपी लाइव | Updated at : 01 Oct 2024 02:28 PM (IST)
स्वर्ग
हर व्यक्ति अपनी मृत्यु के बाद स्वर्ग जाने की चाह रखता है. कहते हैं व्यक्ति को अपने कर्मों के अनुसार स्वर्ग या नरक मिलता है. लेकिन आपको विश्वास नहीं होगा कि भारत में एक जगह ऐसी भी, जिसे स्वर्ग जाने का रास्ता भी कहा जाता है. यकीन नहीं हो रहा न! आइए जानते हैं इसके बारे में
भारत में स्वर्ग जाने के रास्ते के बारे में जानने से पहले इसके पीछे की पौराणिक कहानी को जानते हैं. महाभारत के युद्ध के बाद जब पांचों पांडवों ने पत्नी द्रौपदी समेत संन्यास लेकर महलों की जगह हिमालय की ओर तपस्या करने आए, तो स्वर्ग की ओर अपने आखिरी सफर में एक एक करके सभी को उनके कर्मों के हिसाब से फल मिलने लगे.
सबसे पहले द्रौपदी को मृत्यु प्राप्त हुई. इसके बाद सहदेव की यात्रा के बीच मृत्यु हो गई. सहदेव के बाद नकुल और अर्जुन को मौत प्राप्त हुई और फिर भीम की भी मृत्यु हो गई. युधिष्ठर के सिवा कोई जिंदा नहीं बचा. माना जाता है कि युधिष्ठर के साथ एक कुत्ता भी था, जो स्वर्ग के रास्ते स्वर्ग पहुंचा था. कहा जाता है कि बिना शरीर छोड़े स्वर्ग जाने का यही एकमात्र रास्ता है. जहां से आप स्वर्ग जा सकते हैं. हालांकि इसे लेकर भी काफी मिथ है.
दरअसल भारत में स्वर्ग जाने का रास्ता उत्तराखंड के राज्य चमौली से होकर जाता है. जहां पर कथित तौर पर स्वर्ग जाने का रास्ता है. जिसे लोग स्वर्ग की सीढ़ी भी कहते हैं.
इसके पीछे मान्यता है कि महाभारत के समय पर पांडव भी इसी रास्ते से स्वर्ग गए थे. इस स्वर्गारोहिणी गांव का नाम माणा गांव है, जिसे पहले भारत का अंतिम गांव कहा जाता था, लेकिन अब ये भारत का प्रथम गांव है.
Published at : 01 Oct 2024 02:28 PM (IST)
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रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार